नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आप) ने लोकसभा चुनाव के बीच बड़ा फैसला किया है। पार्टी ने पटेल नगर और लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र में अपनी इकाई को भंग कर दिया है। पार्टी का यह फैसला थोड़ा चौंकाने वाला है, लेकिन यहां यह भी गौर करने की बात है कि आप छोड़कर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में गए पूर्व समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद व लक्ष्मी नगर से आप के विधायक रहे नितिन त्यागी पिछले कुछ दिनों से आप के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। ये दोनों नेता प्रेसवार्ता और इंटरनेट मीडिया पर पार्टी की नीतियों और घोषणाओं की निंदा करते दिखाई दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने लोकसभा चुनाव के बीच बड़ा फैसला किया है। पार्टी ने पटेल नगर और लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र में अपनी इकाई को भंग कर दिया है। पार्टी का यह फैसला थोड़ा चौंकाने वाला है, लेकिन यहां यह भी गौर करने की बात है कि आप छोड़कर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में गए पूर्व समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद व लक्ष्मी नगर से आप के विधायक रहे नितिन त्यागी पिछले कुछ दिनों से आप के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। ये दोनों नेता प्रेसवार्ता और इंटरनेट मीडिया पर पार्टी की नीतियों और घोषणाओं की निंदा करते दिखाई दे रहे हैं। राजकुमार आनंद पहले ही बसपा में जा चुके हैं, लेकिन इसके बाद अब नितिन त्यागी बगावती तेवर दिखा रहे हैं। स्वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास पर हुई मारपीट की घटना के बाद से तो दोनों ही आप सरकार व उसके नेताओं पर महिला विरोधी होने का आरोप भी लगा रहे हैं। जहां एक ओर बुधवार को राजकुमार आनंद ने प्रेसवार्ता कर स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट की घटना की निंदा की तो नितिन त्यागी ने भी स्वाति को प्रताड़ित किए जाने पर रोष व्यक्त किया। आनंद ने कहा कि अगर आप 24 घंटे के भीतर मालीवाल के आरोपों पर कार्रवाई करने में विफल रहती तो बसपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के आवास के बाहर प्रदर्शन करेंगे। जबकि नितिन त्यागी ने कहा था कि महिलाओं को 1000 रुपए देने के नाम पर लोगों से जो फार्म भरवाए जा रहे हैं, वो झूठा प्रचार है और वे इसका हिस्सा नहीं बनेंगे।